Birds eye view of the shangarh meadow

Snowline Homestay Shangadh – यहाँ से शांघड ग्राउंड का बर्ड्स आई व्यू दिखता है!

Snowline Homestay Shangadh is one of the best homestays in Shangadh
Snowline Homestay – A Bawray Banjaray Home

घुमक्कड़ी की दुनिया में सैंज वैली आज किसी पहचान का मोहताज़ नहीं है. साल के हर वीकेंड पर आपको यहाँ टूरिस्ट मिल जाएंगे. आज से दो साल पहले एक समय था जब सैंज आने के लिए हमें घंटों इंटरनेट पर खुदाई करनी पड़ी थी. रहने के लिए रोपा में एक फॉरेस्ट रेस्ट हाउस और घूमने के लिए GHNP का पूरा जंगल. कुछ तीन सालों में आज आलम ये है कि हर गाँव में आपको होमस्टे और कैंपिंग की सुविधा मिल जाएगी. ऐसे में हमने सोचा कि सैंज के हॉटस्पॉट शांघड में आपको एक ऐसे होमस्टे का पता बताएं जहाँ इतनी ऊंचाई पर आप सभी बेसिक एमेनिटीज  एक ट्रेडिशनल हिमाचली होमस्टे का एक्सपीरियंस ले सकते हैं. बात हो रही है शांघड मैदान के ऊपर बसे डगारा गाँव के राकेश चौहान चौहान भाईजी जी के ‘Snowline Homestay Shangadh’ होमस्टे की.

Sunset in Great Himalayan National Park
बर्फ से ढकी चोटियों पर सनराइज दिखेगा. बिलकुल आपके सामने

राकेश भाईजी और घरवालों ने मिलकर इसका नाम Snowline Homestay रखा है. वैसे तो ये नाम ऐसा है कि आप कहोगे ऐसे नाम सब रख लेते हैं आजकल, पर जब आप सुबह सुबह बिना धुंध या बदल वाले दिन होमस्टे की बालकनी में खड़े होंगे, तो आपको बर्फ से ढकी चोटियों पर सनराइज दिखेगा. बिलकुल आपके सामने, मानो कुछ दूर दौड़ कर आप खुद ही उठते हुए सूरज की फैलती हुई रौशनी में नहा आओ.

Trek from Upper Neahi to Shangadh
अप्पर न्याही गाँव से 7 किलोमीटर ट्रेक करके हम पहुंचे थे राकेश भाईजी के घर!

राकेश भाई जी से हम कुछ 2 साल पहले मिले थे – अपनी शुरूआती सैंज यात्राओं में से एक पर. अप्पर न्याही गाँव से 7 किलोमीटर ट्रेक करके हम पहुंचे थे राकेश भाईजी के घर. राकेश भाईजी हिमाचल सरकार के स्कूल में आर्ट्स एंड क्रॉफ्ट के टीचर हैं, आजकल अंग्रेजी पढ़ाते हैं. आप घर पर जाएंगे तो आपको भाईजी ही होस्ट करेंगे – बोलेंगे  अपना ही घर समझो, और ये उनका तकियाकलाम बिलकुल भी नहीं है, इसका पता आपको एकाध दिन यहाँ घर पर बिताने के बाद पता चलेगा.

Rakesh Chauhan is the host of Bawray Banjaray Home In Shangarh
राकेश भाई जी

घर वैसे तो सीमेंट की बुनियाद पर खड़ा है पर भाईजी ने अंदर से इसे पूरी तरह से एक ट्रेडिशनल पहाड़ी घर बना रखा है. मतलब ये कि पूरा घर अंदर से लकड़ी का है. दीवारों पर नेशनल पार्क के मरे हुए देवदार की लकड़ियों की मीठी खुशबू आपको कभी वुडेन होम की कमी नहीं महसूस होने देंगी. घर में कुल 6 कमरे हैं, सबमें अटैच्ड बाथरूम. मतलब ये कि जब्बरदस्त ठंढ के दिनों में आपको नेचर्स कॉल आने पर सुई चुभोने वाली ठंढ के डर से रज़ाई में घुसे रहने की ज़रुरत नहीं है. और हाँ, हर बाथरूम में लगे सोलर एनर्जी से चलने वाले गीज़र की वजह से आपके नहाने में भी कोई विघ्न बाधा का सवाल नहीं है. 

Bedroom Of Snowline Homestay

भाई जी ने देवदार की ही लकड़ियों से बने बिस्तर लगा रखा है, कहते हैं मेहमानों को कोई ज़मीन पर सुलाता है क्या? ये उन दिनों कि बात है जब भाईजी ने पूरा सेट अप लगाने की शुरुआत की थी. इस बार जून में Le Ladakh एक्सपीडिशन पर हमारा लास्ट पिटस्टॉप Snowline Homestay ही था. घर का किचन हमारे हवाले था और यहां दुनिया के सबसे लज़ीज़ डिशेज़ बनाने और खाने के तमाम ताम झाम मौजूद. मतलब ये कि आप चाहें तो खुद भी  बगल के डाइनिंग रूम में टेबल कुर्सी पर बैठ कर राजसी खाना खा सकते हैं. साथ ही, घर के बने सिंपल चावल दाल का भी ऑप्शन कोई कम लालच भरा नहीं है. उपर से अगर आप किसी ख़ास मौके पर यहाँ गेस्ट बन कर आए हैं, तो आपके वारे न्यारे हैं. फेस्टिवल देखने और कुल्लुवी संस्कृति को पास से जानने का मौका तो है ही, साथ में कुल्लू के सबसे बेहतरीन व्यंजन भी आप ट्राय कर सकते हैं. 

people gathered at a caltural festival in Shangarh

Snowline Homestay Shangadh सैंज मार्किट से एक घंटे की ड्राइव पर है. बसें भी आती हैं शांघड को लेकिन दिन में बस एक. हालाँकि, दिन भर प्राइवेट टैक्सी और बाकी दूसरी गाड़ियां आती जाती रहती हैं. कभी कभार अगर भाईजी भी सैंज मार्किट में मिल गए या फ़्री रहे तो आपकी किस्मत अच्छी — घर तक की राइड आपको यूँही मिल जाएगी. घर पर अच्छी खासी पार्किंग है, आप जहाँ गाडी पार्क करोगे, वहां गाडी के बैकग्राउंड में GHNP के बर्फ़ से लदे पहाड़ हैं.

The musturd harvest in Shangarh

घर के चारों और गाँव वालों के खेत हैं , सेब के बागान हैं. जुलाई अगस्त के महीने में आप सेब खा खा कर ऊब जाओगे – वो भी भाईजी के बगीचे में सीधे पेड़ से तोड़कर. बगीचे के बगल में ही ऊंचाई पर राकेश भाईजी ने कैंपिंग स्पॉट बना रखा है. यहाँ से आपको शांघड मैदान एक पिचके हुए कटोरे की तरह दिखेगा. मतलब ये कि अगर आपको शांघड मैदान का बर्ड्स ऑय व्यू  देखना है तो सुबह सुबह टेंट से निकलकर झाँक लो.

Barshangarh Waterfall
यहाँ लगभग 30 फ़ीट ऊपर से पानी नीचे टिके पत्थर पर गिड़ता है

घर के पास फ़ेमस मैदान के अलावा कुछ 5 किलोमीटर पर एक वॉटरफॉल है. यहाँ लगभग 30 फ़ीट ऊपर से पानी नीचे टिके पत्थर पर गिरता है – एकदम ऐसा लगेगा कि शिवलिंग ही रखा है. जैसे जैसे आप इस पत्थर के पास तक चढ़ कर जाएंगे, आपके चरों तरफ़ एक इंद्रधनुषी घेरा बढ़ता जाएगा. गाँव से ऊपर 4-5 घंटे का ट्रेक है, थीनि थाच तक. यहाँ से आपको पूरी बंजार घाटी के नज़ारे दिखेंगे.

The Balcony of Bawray Banjaray Home Shangarh

कुल मिलाकर बात ये है कि घर पर मामला एकदम घर की तरह है. आप कभी भी राकेश भाईजी या हमें इत्तला कर के शांघड़ वाले Snowline Homestay पर आ सकते हैं. मौसम और दस्तूर ठीक ठाक रहे तो क्या पता हम भी मिल जाएं और माहौल कुछ अपने हिसाब का बन जाए.

Snowline Homestay Shangadh आने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं!

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